खबर

खबर

ससुर: अरे दामाद जी,
तूफान की क्या खबर है?
दामाद: कूलर के आगे सो रही है,
 कहिए तो बात करा दूं । 

ठिकाना

ठिकाना

खबर ना होती कुछ सुबह की,
ना कोई शाम का ठिकाना था,
थके हार कर आना स्कूल से,
पर खेलने तो जरूर जाना था |